नंधौर नदी के भूकटाव से ग्रामीण परेशान
हल्द्वानी। पर्वतीय क्षेत्रों में हो रही भारी वर्षा के चलते नंधौर नदी के बड़े जलस्तर से हो रहे भू-कटाव से गांव वालो की दिन का चेन व रात की नींद हराम हो गई है। गाँव  को इस खतरे से बचाने के लिये चोरगलिया के ग्रामीणों ने वन विश्राम गृह के सामने धरना-प्रदर्शन कर अपने गुस्से का इजहार किया। उन्होंने भू-कटाव रोकने को ठोस इंतजाम करने की मांग की। साथ ही जल्द इंतजाम नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी। गुरुवार को चोरगलिया स्थित वन विश्राम गृह में ग्रामीण धरने पर बैठ गये। सामाजिक कार्यकर्ता भुवन पोखरिया ने कहा कि पिछले साल ग्रामीणों ने अपनी परेशानी शासन प्रशासन के सामने उठाई, लेकिन समस्या का कोई हल नहीं निकाला गया। पूर्व ब्लॉक प्रमुख संध्या डालाकोटी ने कहा न तो सरकार और न ही जिला प्रशासन ग्रामीणों की समस्या को गंभीरता से ले रही है। कांग्रेस के प्रदेश सचिव किरन डालाकोटी ने कहा दो दर्जन से ज्यादा गांव को खतरा पैदा हो गया है, लेकिन शासन-प्रशासन ग्रामीणों की अनदेखी कर रहा है। इसके बाद हल्द्वानी डिवीजन के डीएफओ कुंदन कुमार से दूरभाष पर वार्ता की गई। डीएफओ कुमार ने बताया कि नंधौर नदी को कैलाश नदी में डायवर्ट करने का अनुमति पत्र एसडीएम को भेज दिया है। निर्णय लिया गया कि आज यानि शुक्रवार को अनुमति पत्र लेकर डीएम से मिला जाएगा और दैवीय आपदा मद से डायवर्जन काम शुरू कराने की मांग की जाएगी। ऐसा न होने पर आंदोलन किया जाएगा।