दूरस्थ शिक्षा में गुणवत्ता के साथ मांग भी बढ़ी है : डॉ0 कपूर

हल्द्वानी। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के शिक्षा शास्त्र विद्या शाखा विभाग द्वारा "इन्नोवेशन टेक्नोलॉजी क्वालिटी  इन डिस्टेंस एजुकेशन" नामक विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय वेबीनार का समापन किया गया। समापन सत्र के मुख्य अतिथि यूजीसी के संयुक्त सचिव  डॉ अविचल कपूर और अध्यक्षता प्रोफेसर ओमप्रकाश सिंह नेगी कुलपति उत्तराखंड मुक्त विद्यालय द्वारा की गई।
सत्र को संबोधित करते हुए डॉ अविचल कपूर ने बताया कि डिस्टेंस एजुकेशन से निकले विद्यार्थी वैश्विक रूप से सफल हुए हैं दूरस्थ शिक्षा के पाठ्यक्रमों की मांग व क्वालिटी दोनों बड़ी हैं दूरस्थ शिक्षा के विश्वविद्यालय को अधिक से अधिक ऑनलाइन पाठ्यक्रमों का संचालन किया जाना चाहिए दूरस्थ शिक्षा के  शिक्षकों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम के आयोजन की आवश्यकता है दूरस्थ शिक्षा के शिक्षकों को अपने विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य के साथ उनकी शिक्षा से संबंधित संपूर्ण जानकारी से उनको अपडेट करना चाहिए। समापन सत्र की अध्यक्षता कर रहे हैं कुलपति प्रोफेसर ओम प्रकाश सिंह नेगी ने बोला कि शिक्षा एक ऐसा साधन है जो समाज में बदलाव ला सकता है। आज दूरस्थ शिक्षा राज्य में शिक्षार्थी के घर तक पहुंच चुकी है विश्वविद्यालय शीघ्र ही विभिन्न विषयों में रोजगार आधारित नवीन पाठ्यक्रमों को प्रारंभ करेगा। समापन सत्र में प्रो एचपी शुक्ला द्वारा सभी प्रतिभागियों और आमंत्रित अतिथियों का स्वागत उद्बोधन के माध्यम से किया गया।  वेबीनार के संयोजक डॉ सिद्धार्थ पोखरियाल ने  2 दिवसीय वेविनार की रिपोर्ट प्रस्तुत की।  इससे पूर्व  सत्र में निदेशक क्षेत्रीय सेवाएं, प्रोफेसर गिरजा पांडे द्वारा  विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय सेवा निदेशालय की कार्य प्रणाली व सरंचना के बारे में जानकारी दी गई। परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर पीडी पंत द्वारा पूरा शिक्षा में परीक्षा प्रणाली के माध्यम से मूल्यांकन के बारे में जानकारी दी गई । पत्रकारिता विभाग के प्रोफेसर गोविंद सिंह द्वारा दूरस्थ शिक्षा में मीडिया की भूमिका और चुनौती के बारे में अपना व्याख्यान दिया गया। वेविनार में पंजाब विश्वविद्यालय की प्रो0 योजना रावत, यू ओ यू के डॉ0 जितेंद्र पांडे, डॉ भास्कर चौधरी,  डॉ0 ममता असवाल, डॉ0 कल्पना लखेड़ा, डॉ0  मनीषा पन्त, डॉ0 दिनेश चौधरी, डॉ0 ममता कुमारी आदि  प्रतिभागी उपस्थित थे।