बादल फटने से तीन लोगों की मौत






पिथौरागढ़। जनपद पिथौरागढ़ में लगातार हो रही बारिश व बादल फटने से मुनस्यारी और अन्य इलाकों में भारी तबाही हुई है। गैला गांव में मकान जमींदोज होने से तीन लोगो की दर्दनाक मौत हो गई, 11लोग लापता हो गए व पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए है। करीब एक दर्जन से अधिक गावों में बारिश ने भारी तबाही मचाई है। खतरे की जद में आए परिवारों प्रशासन सुरक्षित जगह शिफ्ट कर रहा है। वही मुनस्यारी को जाने वाली सड़कें बंद हैं।मुनस्यारी और बंगापानी तहसीलों में आपदा को देखते डीएम डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने बंगापानी पहुंचकर आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया। प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मल्ला गैला और टांगा ग्राम पंचायतों में बीती रात भारी बारिश के कारण भूस्खलन के मलबे की चपेट में कई घर आ गये हैं। मल्ला गैला गांव में एक मकान के मलबे में दब कर एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गयी है। तीनों के शव को बरामद कर लिये गए है। मृतकों की पहचान शेर सिंह, पत्नी गोविंदी देवी और पुत्री ममता के रूप में हुई है। जबकि पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों में शेर सिंह, रूक्मणी देवी, प्रियंका देवी, शीला देवी एवं ढाई साल का बच्चा मंकू शामिल है। मल्ला गैला में भूस्खलन की चपेट में आकर शेर सिंह, महेन्द्र सिंह और मान सिंह के मकान भी क्षतिग्रस्त हो गये हैं। मदकोट और मुनस्यारी से राज्य आपदा प्रबंधन बल (एसडीआरएफ) एवं राजस्व विभाग की टीम को आज सुबह ही प्रभावित गांव के लिये रवाना किया गया। टीम ने स्थानीय ग्रामीणों के साथ मिलकर मौके पर राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है। दूसरी घटना बंगापानी तहसील के ही मुनियाल ग्राम सभा के टांगा तोक की है। यहां भी कल रात तेज बारिश के कारण हुए भूस्खलन की चपेट में आने से कई घरों को नुकसान पहुंचा है। भूस्खलन की चपेट में आए 11 लोग लापता हैं। एक घायल व्यक्ति को मलबे से जिंदा निकाला गया है। घायल व्यक्ति को उपचार के लिये अस्पताल ले जाया गया है। यहां भी दो मकान क्षतिग्रस्त हो गये हैं। घटनास्थल की ओर एसडीआरएफ, राजस्व एवं पुलिस की टीम को रवाना किया गया है। जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे एवं अपर जिलाधिकारी आर के पालीवाल खुद हालात का जायजा ले रहे हैं। उपजिलाधिकारी बंगापानी अनिल शुक्ला खुद मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य संचालित कर रहे हैं। इसी प्रकार बाता मदकोट में भी अतिवृष्टि के चलते दो मकान क्षतिग्रस्त हो गये हैं जबकि कुछ मवेशियों के बहने की सूचना है। सिरतोला में भी भारी बारिश व भूस्खलन व तीन मकानों में मलबा घुस गया है। जिलाधिकारी जोगदंडे ने भी मल्ला गैला एवं टांगा में हुई घटनाओं की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में कई मोटर मार्ग एवं सड़कों भी नुकसान हुआ है। गोरी नदी का जलस्तर बढ़ने से छोरीबगड़ गांव के पांच मकान बह गए थे। मुनस्यारी के धापा गांव में भूस्खलन के दौरान अपनी मां के साथ सुरक्षित स्थान की ओर जा रहा पांच साल का बच्चा भी बह गया था। जिसे कुछ आगे जाकर ग्रामीणों नें बचा लिया।