हल्द्वानी। रानीबाग व काठगोदाम के आस-पास के दहशत का पर्याय बने आदमखोर गुलदार को मारने के लिए शिकारी और अफसरों ने मोर्चा संभाल लिया है। वन विभाग की टीम के साथ भीमताल से आए शिकारी ने दो वन रेंजों के करीब 20 किमी क्षेत्र में आदमखोर गुलदार की तलाश शुरू कर दी है। वन विभाग की रणनीति गुलदार को मारने से पहले उसे ट्रैंकुलाइजर करने की है। बता दे कि गौला बैराज से लगे जंगलों में घास काटने गई पुष्पा को गुलदार के शिकार बनाने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है। उनके दबाव पर वन विभाग ने गुलदार को मारने के आदेश दिए हैं। इसके बाद अल्मोड़ा-भीमताल के दो शिकारियों में रविवार को एक शिकारी आ गए, जबकि दूसरे की सोमवार तक पहुंचने की उम्मीद है। 20 वर्ग किमी में सिमटा दायरा रविवार को जंगल में कांबिंग पर जाने से पहले फतेहपुर रेंजर अमित ग्वासाकोटी और मनोरा रेंजर बीएस मेहता ने शिकारी विपिन चंद्रा के साथ पूरे इलाके में छानबीन पर रणनीति बनाई। रेंजर अमित ग्वासाकोटी ने बताया कि दोनों रेंज के 20 किमी दायरे में गुलदार की तलाश शुरू कर दी गई है। गुलदार की तलाश में शिकारी विपिन चन्द्रा अपने साथ 315 बोर की बंदूक लेकर आए हैं। इसके अलावा ट्रैंकुलाइजर गन डिप्टी रेंजर आनंद लाल के पास है। इसके अलावा सभी वनकर्मियीं के पास आधुनिक दूरबीन और सर्च लाइटे भी है। रेंजर अमित ग्वासाकोटी ने बताया कि दोनों रेंज के करीब 12 सदस्य टीम में शामिल किए गए है। दो रेंजर के साथ करीब 5 दरोगा और वन रक्षक है। शिकारी और ट्रैंकुलाइजर गन को संभालने के लिए दो लोगो को जिम्मेदारी सौपी गई है। इसी के साथ टीम पिंजरा साथ लेकर चल रही है, ताकि गुलदार को लाने में आसानी रहे।
आदमखोर गुलदार को मारने के लिए शिकारियों ने छाना जंगल