स्वरोजगार योजना में जरूरतमंदों और बेरोजगार को दी जाय प्राथमिकता: त्रिवेन्द्र

बागेश्वर । प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आज सूबे के जिलाधिकारियों के साथ वीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना और सौलर व पिरूल परियोजनाओं की समीक्षा की। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में जरूरतमंदों और बेरोजगार को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि सभी विभागों में चल रही स्वरोजगार योजनाओं को मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के साथ जोङा जाए। उन्होंने कहा कि लोगों को स्वरोजगार हेतु प्रेरित करने के लिए प्रत्येक जिले में दो-दो स्वरोजगार प्रेरक (एक महिला व एक पुरूष) तैनात किए जाएंगे। राज्य सरकार पिरूल प्रोजेक्ट में प्रति क्विंटल पिरूल एकत्र पर 100 रूपए की राशि देगी। उन्होंने सोलर व पिरूल प्रोजेक्ट की आवश्यक प्रक्रियाएं समय से पूरी करने के निर्देष दियें, और कहा कि सोलर व पिरूल प्रोजेक्ट में प्रक्रियाएं समय पर पूरी हों तथा किसी भी एसडीएम के पास इनसे संबंधित फाईल एक सप्ताह से ज्यादा लम्बित नहीं रहनी चाहिए इसके लिए जिलाधिकारी लगातार इसकी समीक्षा करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि होप पोर्टल पर स्वरोजगार की सभी योजनाओं की सूचना अपलोड की जाए, एक प्लेटफार्म पर आने से लोगों को इन योजनाओं की जानकारी मिल पाएगी और इसका लाभ उठा सकेंगे तथा जन प्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की कोशिश हैं कि हर बेरोजगार साथी अपना रोजगार प्रारम्भ कर सकंे। उन्होंने किसानों के उत्पादों की बिक्री की व्यवस्था हो इसलिए उनके उत्पादों की बिक्री की व्यवस्था पर काम किया जाए। मुख्यमंत्री ने हॉर्टीकल्चर, पॉल्ट्री, मत्स्य, बकरी और भेड़पालन क्षेत्र को लाभदायक बताते हुए इन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने की बात कही और कहा कि अदरक, हल्दी आदि के बीज मांग के अनुरूप स्थानीय स्तर पर ही उपलब्ध हों। किसानों को उन्नतशील खेती का प्रशिक्षण बंद कमरों तक ही सीमित न रहे, यह प्रशिक्षण का लाभ खेतों तक पहुंचे तथा कृषि विज्ञान केंद्रों का अधिकाधिक उपयोग हो। लाभकारी प्रोजेक्ट पर संबंधित विभाग गाइडलाइन तैयार करें आवेदकों को प्रोजेक्ट बनाने के लिए सारी जानकारी दें। इसमें ऑफलाईन आवेदन की भी व्यवस्था की जाय। इसके लिए उन्होंने जिला रोजगार समितियां द्वारा आवेदकों की काउंसिलिंग कराने के निर्देष दियें, तथा  बैंकों से समन्वय स्थापित कर ऋण प्रक्रिया में आने वाली समस्याओं का निस्तारण तुरंत करने के निर्देष दियें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिलाधिकारी अपने-अपने जनपदों में कुछ मॉडल प्रोजेक्ट स्थापित करें। मुख्यमंत्री द्वारा जनपद बागेष्वर की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने अगवत कराया कि जनपद मंे स्वरोजगार मुख्यमंत्री स्वरोजगार पोर्टल पर 192 लोंगो द्वारा पंजीकृत किया गया हैं। जिसमंे से 9 आवेदन पत्र प्राप्त हो गयें हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए बागेष्वर बिलौना बस अड्डे पर बनायें गये स्टेजिंग एरिया में जनपद में लौट रहें प्रवासियांे को उद्योग विभाग द्वारा पंपलेट आदि वितरित कियें जा रहें हैं तथा विभाग में स्थापित कंट्रोल रूम के माध्यम से भी योजनाओं की जानकारी दी जा रही हैं, इसके साथ ही अन्य विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी भी अपने फील्ड कर्मचारियों के माध्यम से भी उपलब्ध करायी जा रही हैं। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि सौर उर्जा परियोजना हेतु 7.5 मेगावाट क्षमता वाले प्रोजेक्ट हेतु 10 आवेदन प्राप्त हुए हैं जिसमें से 01 आवेदन पत्र पर भूमि का चयन किया गया हैं तथा 09 आवेदन पत्रों पर अग्रिम कार्यवाही गतिमान हैं।