पूर्व सैनिको ने ईसीएचएस को पत्र भेज आपत्ति दर्ज कराई 
हल्द्वानी/नैनीताल। मिलिट्री हॉस्पिटल में ईसीएचएस मर्ज करने का विरोध करते हुए जनपद के 48 पूर्व सैनिकों ने ईसीएचएस को पत्र भेज कर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी मेजर बीएस रौतेला (रिटायर्ड) ने बताया कि मिलिट्री हॉस्पिटल में ईसीएचएस मर्ज करने की सूचना मिलते ही पूर्व सैनिकों, वीर नारियों और आश्रितों में हड़कंप मच गया है। मंगलवार को जैसे ही सोशल मीडिया में यह समाचार वायरल हुआ तो जिले के पूर्व सैनिक हरकत में आ गये। सभी ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। बताया कि वर्ष 2003 से पहले सेना से सेवानिवृत्त अधिकारियों, जवानों और आश्रितों का इलाज सेना के अस्पतालों में ही होता था। 1 अप्रैल 2003 से सेना ने पूर्व सैनिकों, वीर नारियों और आश्रितों के लिए इसीएचएस (पूर्व सैनिक अंशदायी योजना) का शुभारम्भ किया था। इसके लिए सेवानिवृत्त के समय पूर्व सैनिकों से रैंक के अनुसार अंशदान किया गया। इसके एवज में पूर्व सैनिकों की चिकित्सा के लिए जगह-जगह पर पालिक्लीनिक खोले गये और स्थानीय प्राइवेट हॉस्पिटलों को चुना गया, जिससे पूर्व सैनिकों को घर के नजदीक अच्छी चिकित्सा सुविधा मिल सके। बताया कि यह खबर अब पूरे कुमाऊं में आग की तरह फैल गयी है। 48 पूर्व सैनिकों ने आपत्ति पत्र भेजे थे, जिसे उत्तराखंड सबएरिया को भेज दिया गया है।