पिथौरागढ़ में चीन सीमा को जोड़ने वाला पुल गिरा
हल्द्वानी/पिथौरागढ़। उत्तराखण्ड के पिथौरागढ़ जिले में चीन सीमा से जुडी सीमांत व्यास नदी को जोड़ने वाला पुल (वैली ब्रिज) सोमवार की सुबह नौ बजे ट्राला चालक की लापरवाही से भरभरा कर गिर गया। चालक पोकलैंड लदे ट्राला को पुल के ऊपर से ले जा रहा था। वहां तैनात बीआरओ सीमा सड़क संगठन के कर्मचारी ने चालक को ऐसा करने से रोका। उसने कहा कि यह पुल इतना अधिक भार नहीं सहन कर पाएगा। लिहाजा इसके ऊपर से ट्राला और उस पर लदे पोकलैंड को लेकर न गुजरे। पर वह नहीं माना। ट्राला के पुल के बीच में पहुंचते ही पुल ध्‍वस्‍त हो गया। हादसे में ट्राले पर सवार दो लोग घायल हो गए। जिन्हें  पिथौरागढ़ अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुल क्षतिग्रस्त होने से चीन सीमा पर स्थित व्यास घाटी पर बसे सात गाँवो के साथ ही ऐतिहासिक कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग का संपर्क भी टूट गया है। धारचुला के उपजिलाधिकारी अनिल शुक्ला ने बताया यह पुल वर्ष 2016 में आयी आपदा के दौरान बनाया गया था। इसे वैली ब्रिज के नाम से जाना जाता है।  उन्होंने बताया कि तवाघाट से आगे चीन सीमा को जोड़ने के लिये पिछले काफी समय से ग्रिप की और से सड़क निर्माण कार्य किया जा रहा था। मालपा के आगे सड़क निर्माण के लिए निजी कंपनी गर्ग एण्ड गर्ग को ठेका दिया गया है। कंपनी की और से एक ट्राला में लादकर पोकलैण्ड मशीन को पुल के पार ले जाया जा रहा था, जैसे ही ट्राला पुल के बीचो बीच पंहुचा पुल धराशायी हो कर गिर गया। पुल टूटने के कारण उच्च हिमालय के सात गांवों से माइग्रेशन करने वाले ग्रामीणों, आर्मी के जवानों का आवागमन तो प्रभावित हुआ ही वहीं मुनस्‍यारी-मिलम तक बन रहे सड़क का निर्माण कार्य भी प्रभावित होगा।