हल्द्वानी। जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में पेट्रोलिंग के दौरान उत्तराखंड का एक लाल और शहीद हो गया। यहां बता दें कि यमुना प्रसाद पनेरु कुमाऊँ रेजीमेंट की छठी बटालियन में सूबेदार थे। पेट्रोलिंग के दौरान वह शहीद हो गए। 39 वर्षीय पनेरु तीन भाई थे। बड़ा भाई पोस्ट मास्टर है जबकि छोटा भाई वन विभाग में कार्यरत है। उनकी एक छोटी बहन भी है। यमुना प्रसाद पनेरु अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनकी पत्नी सहित परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है उनके दो बच्चे हैं एक साथ वर्षीय लड़का और एक 3 वर्षीय छोटी बेटी है। यमुना प्रसाद के शहीद होने की खबर जैसे ही क्षेत्र में पहुंची पूरा माहौल गमगीन हो गया। कुमाऊं रेजीमेंट के यमुना प्रसाद पनेरु पहले ऐसे जवान थे जिन्होंने माउंट एवरेस्ट फतह की थी। वहीं शहीद होने की खबर सुनकर भीमताल विधायक राम सिंह खेड़ा उनके गोरापड़ाव स्थित आवास पर पहुंचे और दुखी परिवार को सांत्वना दी। उन्होंने इसे देश ही नहीं उत्तराखंड के लिए भी एक बड़ि क्षति बताया है।
जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में उत्तराखंड का लाल शहीद