दहशत का पर्याय बना नरभक्षी बाघ 
हल्द्वानी। रानीबाग के सोनकोट क्षेत्र में दहशत का पर्याय बन चुका नरभक्षी बाघ को पकड़ने के लिए ग्रामवासी पिछले लंबे समय  से वन विभाग से गुहार लगा रहे हैं। इसी मामले को लेकर शनिवार को डरे सहमे ग्रामीणों ने वन विभाग की चौकी पर प्रदर्शन किया। बीडीसी सदस्य मनीष गौनी के नेतृत्व में दर्जनों ग्रामीणों ने वन विभाग पर बाघ को पकड़ने में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि वन विभाग ने पिंजरे तो लगाए हैं लेकिन उसमें बाघ को लालच देने के लिए मांस या जिंदा पशु नहीं रखा जा रहा है। जब अधिकारियों को यह कहा जाता है कि खाली पिंजरे में बाघ कैसे आएगा तो उनका कहना होता है कि विभाग के पास इसके लिए बजट नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि बाघ आदमखोर हो चुका है और वह शिकार की तलाश में इसी क्षेत्र में भटक रहा है। इससे आगे भी ग्रामीणों की जान को खतरा बना हुआ है। इस ग्रामीणों ने वन विभाग का पुतला भी फूंका। बता दे कि बीते दिनों एक महिला को बाघ ने उस समय अपना शिकार बना लिया था जब वह पूजा करने के लिए मंदिर जा रही थी।