राजेश सरकार
नैनीताल/हल्द्वानी। जनपद नैनीताल में नौकुचियाताल नाम की एक ऐसी झील है, जिसका जादुई आकर्षण देश विदेश के पर्यटको को हमेशा अपनी और खीचता रहा है। समुन्दतल से चार हजार फीट की उचाई पर स्थित यह झील पहाड़ो के आँचल में पानी के भूमिगत श्रोतो से बनी है। कार्बेट नेशनल पार्क के निकट फलो के बागो के आस पास स्थित यह झील सचमुच बेहद खूबसूरत है। यहाँ आकर आध्यात्मिक शांति का एहसास होता है। यहाँ घूमने क बेहतरीन समय मार्च से नवम्बर और जुलाई से सितम्बर तक होता है। दिसम्बर से फ़रवरी में यहाँ काफी ठण्ड होती है। लेकिन जो लोग ठण्ड में पर्यटन का मजा लेना चाहते है, वे यहाँ आ सकते है।
क्या देखे
नौकुचियाताल को इस नाम से पुकारे जाने की बड़ी वजह इस के नो कोने है। हरी भरी प्रकृति, हर मौसम में तितलियाँ पक्षी व जानवरो के आलावा यहाँ रंग बिरंगे फूलो को देखने का मजा ही कुछ और है। प्रकृति भ्रमण ,मीलो तक फैली पहाड़ी पखडण्डियां, नोकाये, मछली शिकार बहुत कुछ करने को है यहाँ पर। नौकुचियाताल में हनुमान की एक विशाल मूर्ति हु ब हू वैष्णो देवी माता मन्दिर से मिलती जुलती है। इसे भी पर्यटक बहुत ही श्रद्धा व जिज्ञासा से देखते है।
नोकायन का ले मजा
नौकुचियाताल घूमने के लिए अगर जा रहे है तो सुबह का समय सो कर न गवाएं। इस समय यहाँ लाल, नीले, हरे रंग के विभिन्न प्रजातियों के सुन्दर पक्षियों को निहारने का मजा ही कुछ और है। यहाँ तैराकी की जा सकती है। यह झील काफी गहरी है जो लोग तैराकी में माहिर नही है, उन्हें तैरने का जोखिम नही लेना चाहिए। अगर तैरे भी तो बहुत दूर तक न जाए। क्योकि कुछ स्थानों पर यह झील बहुत ही गहरी है। नोकायन के लिए यहाँ पैदल और चप्पू दोनों ही तरह की नावें मिलती है। जो लोग नाव चलाना नहीं जानते वे अपने साथ नाविक को ले जा सकते है। यहाँ नोकायन के साथ साथ झील के ऊपर लटक रही पेड़ो की शाखाओ को छूते हुए निकले और पक्षियों को उनके घोसलों में बैठे देखा जा सकता है। अगर आप मछली पकड़ना जानते है तो अपने इस हुनर को भी आजमा सकते है।
रोमांचक पैराग्लाइडिंग
नौकुचियाताल के ऊपर पैराग्लाइडिंग भी की जा सकती है। हालाकि पैराग्लाइडिंग मनोंरजन एवं रोमांचकारी तो है ही लेकिन इसके जोखिम भी बहुत है। यहाँ उड़ान का मौसम मार्च से शुरू होता है। अलग अलग कंपनियों द्वारा यहाँ पैराग्लाइडिंग कराई जाती है। अगर आप पहले पैराग्लाइडिंग जार चुके है तो लैंडिग करते वक्त सावधानी बरते। अगर आप बिलकुल नोसिखिये है तो पैराग्लाइडिंग का जोखिम न ले। क्योकि इसमें आप घायल भी हो सकते है।
क्या खरीदे
यहाँ सेब, आड़ू , आलूबुखारा और आमो के बाग़ है। यहाँ आप इन फलो से बनी जैम, चटनी और आचार खरीद सकते है। इसके आलावा उत्तराखण्ड कु परम्पिक कला से बनी वस्तुए भी खरीदी जा सकती है।
कैसे पहुचे
कुमाऊ के प्रवेश द्वार कहे जाने वाले हल्द्वानी शहर पहुचते ही यहाँ से काठगोदाम होते हुए रानीबाग फिर भीमताल होते हुए नोकुचियताल पंहुचा जा सकता है।