गिरीश चन्दोला
हल्द्वानी । सेंधा नमक के बाद अब बाजार में पिस्ता और छुहारे भी आम लोगों की पकड़ से बहुत दूर होते जा रहे है। भारत-पाकिस्तान के रिश्तों की तल्खी से फिलहाल तो भारत के बाशिंदो की मुश्किल बढ़ गयी है। अगर बाजार में कही छुहारे और पिस्ता मिल भी रहे है तो इतने महंगे दाम है कि आम आदमी उनको खरीदने का साहस नहीं कर पा रहा है। सर्दीयां आने से पहले ही ड्राई फ्रुड गायब होने से लोगों के साथ - साथ दूकानदार भी इसलिए परेशान है कि इन ड्राई फ्रुड्स को बेचने के बाद उनको दो पैसे बच जाते थे और अब इसका भी टोटा हो रहा है। कश्मीर से धारा 370 खत्म करने के केन्द्र सरकार के फैसलें को लेकर भारत की पाकिस्तान से तल्खी चल रही है। हालांकि भारत और पाकिस्तान दोनों ही देशों में इस मुद्दे को अन्तराष्ट्रीय स्तर पर उठाकर दूसरे देशों से मध्यस्थता कराना चाही। लेकिन इस मामले में बढ़ी सफलता भारत के हाथ लगी है और दूसरे देशों ने कश्मीर मुद्दे पर किसी भी तरह की मध्यस्थता करने के बजाय इसे भारत का आन्तरिक मामला करार देकर विराम लगा दिया। चीन ने हालांकि कुछ पहल करनी चाही परन्तु उसका पाकिस्तान को कोई फायदा नहीं पहुचा। भारत और पाकिस्तान में कई मुद्दों पर भले ही आपस में तकरार चलती रहती हो, फिर भी दोनों ही देशों के बाशिंदों को इससे कोई खासा सरोकार नहीं रहता है। पाकिस्तान में जहां आज भी भारत के पान की शिद्दत से मांग उठती है तो पाकिस्तान से पिस्ता और छुहारे से भारत के लोग सर्दिंयों से बचने का प्रयास करते है। वैसे तो ड्राई फुृड्स की अमूमन सभी मौसमों में मांग बदस्तूर रहती है और सर्दियों में यह मांग कई गुना अधिक बढ़ जाती है। इस बार छुहारे और पिस्ता की पाकिस्तान से आवाक बन्द हो गयी है। इसका सीधा असर भारत व पाकिस्तान के बाजार पर पड़ा है। बाजार में छुहारे और पिस्ता की कीमतें अप्रत्याशित रूप से कई गुना अधिक बढ़ गयी है।