बिजली का पोल अंदर, विभाग बना बन्दर

अतुल अग्रवाल
हल्द्वानी। इसमें कोई दो राय नहीं कि शासन प्रशासन का मदहोश डंडा सिर्फ मज़लूमो के सर पैर तोड़ने के लिए अभिशप्त है । पैसे और पहुंच वालों के सामने ये नतमस्तक ही दिखता आया है । यकीन ना हो तो आपको हल्द्वानी शहर की व्यस्ततम सदर बाजार का मुआयना कराते हैं । जहां एक व्यापारी ने नगर निगम, विकास प्राधिकरण और बिजली विभाग को धता बताते हुए सारे मानकों को रौंदते हुए करीने से अपनी इमारत का निर्माण शुरू किया है ।
इस निर्माण से पड़ोसी दंग हैं, कानून में भरोसा जताने वाले दांतों तले अंगुलियां दबा रहे हैं और तो और बिजली विभाग के सेवानिवृत्त अधिकारी कर्मचारी इसे 'अजूबा' की उपाधि दे रहे हैं । ऐसा हो भी क्यों नां ...
ये खूब चर्चाओं में और संबंधित विभाग की उदासीनता इसे खूब हवा भी दे रही है । सदर बाजार में बन रही इस आधुनिक दोमंजिला दुकान को बनाने में जिस तरह दुकान स्वामी ने अपने ज्ञान का उपयोग किया है वह काबिले तारीफ है।
बता दें कि 'रामा ज्वेलर्स' के स्वामी राजकुमार जैन ने अपनी सदर बाजार स्थित दूकान को पिछले दिनों गुड्डू नामक शख्स को बेच दी। अब गुड्डू मियां उक्त दुकान को दोमंजिला बनाने में जुट गए है। बताया जा रहा है कि दूकान की दोमंजिल बनने के मार्ग में बिजली का वह पोल आ रहा था जिससे बाजार की अधिकाश दुकानो को विधुत कनेक्शन दिया गया है। नए दूकान स्वामी ने बिजली का पोल हटाने को एक बड़ा झंझट समझा और उक्त पोल को ही अपनी दोमंजिला दूकान के अंदर ले लिया। गुड्डू मिंया का यह कारनमा बाजार में ही नही बल्कि सम्बंधित विभागों में खूब चर्चा में है।
जब नाजायज काम सरे बाजार जायज कह करा लिए जाने की गति में होते हैं तो आदमी खुद को ही खैरख्वाह समझने की गलती कर ही बैठता है । गुड्डू मिंया से भी शायद यही भूल हो गई, खबर हैं कि बता रहे कि फलां फलां भाई ने सात लाख में मामला सिरे लगवाया है ।
जितने मुँह उतनी बातें । खैर शहर के बीच इस तरह के अवैध निर्माण लोकतंत्र के मुँह पर जोरदार तमाचा तो हैं ही, और सामाजिक सद्भाव के लिये भी घातक हैं । जनता के जिन करों के बल पर सरकारी नुमाइंदे तनख्वाहें पा रहे हों वो जनता के खिलाफ ही किसी आत्मकेंद्रित आदमी की सेवा में जुटे हैं ।
देखना अब ये है कि प्रशासन के नजरों, कानों और संज्ञान में आने के बाद भी अंगड़ाई ली जाती है या नहीं ये जल्द पता चल ही जाएगा ।